ऐंठ! ऐंठ, ऐंठ, ऐंठ! चरमोत्कर्ष पर पहुँचते ही उसकी पतली कमर पीछे की ओर झुक जाती है! उसकी योनि तीव्र कामोन्माद के साथ ढह जाती है! वह शर्म और असंयम से उछल पड़ती है! "नहीं, नहीं, नहीं!!!" वह अंतहीन आनंद से पूरी तरह जाग जाती है, एक भयंकर, अत्यंत पीड़ादायक कामोन्माद में बार-बार परमानंद के चरम पर पहुँचती है! वह बेहोशी जैसी अवस्था में अपनी पीठ को मोड़ लेती है, बेहोशी की कगार पर, और कामोन्माद में फट जाती है!!! एक चमत्कारी पतले शरीर वाली एक गुरुत्वाकर्षण मूर्ति की एक वृत्तचित्र, जब वह वास्तव में कामोन्माद करती है!
कोड:
SSNI-238 [लीक असेंसर]
रिलीज़ तिथि:
2018-06-19
समय:
02:27:15